भारत में मक्के की फसल (makke ki fasal) व्यापक स्तर पर उगाई जाती है, और यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्यान्न है। लेकिन मक्के की फसल में खरपतवार (Maize herbicide) एक गंभीर समस्या है, जिससे उत्पादन में भारी कमी हो सकती है। सही समय पर मक्के की फसल में खरपतवार नियंत्रण (makke ki fasal men kharpatwar niyantran) करने से उपज को बढ़ाया जा सकता है और खेती की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
मक्के की फसल में खरपतवार के प्रकार –
मक्के की फसल में खरपतवार (makke ki fasal men kharpatwar) कई प्रकार के होते हैं, जो फसल से पोषक तत्व, पानी, और सूर्य का प्रकाश छीनते हैं। यहां मक्के में प्रमुख खरपतवारों की सूची दी गई है:
1. चौलाई (Amaranthus spp.)
2. सवां घास (Echinochloa spp.)
3. मोथा (Cyperus spp.)
4. चारा घास (Sorghum halepense)
खरपतवार नियंत्रण के तरीके
मक्के में खरपतवार (makke men kharpatwar) नियंत्रण के लिए दो मुख्य तरीके अपनाए जाते हैं:
👉शारीरिक नियंत्रण: इसमें हाथ से खरपतवार निकालने या कृषि यंत्रों का प्रयोग होता है।
👉रासायनिक नियंत्रण: इसमें खरपतवारनाशी (herbicide) का उपयोग किया जाता है, जो कम समय में अधिक प्रभावी रूप से खरपतवार को समाप्त करता है। मक्के की फसल में खरपतवारनाशी का सही समय पर उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है।
मक्के की फसल के लिए प्रभावी खरपतवारनाशी | Maize herbicide list –
क्रमांक | प्रोडक्ट का नाम | प्रोडक्ट कंटेंट | उपयोग मात्रा | उपयोग का समय |
1 | बायर लॉडिस | टेम्बोट्रियोन 42% एससी | 150 मिली प्रति एकड़ | खरपतवार निकलने के तुरंत बाद |
2 | बीएएसएफ टिन्जेर | टोप्रामेज़ोन 33.6% एससी | 30 मिली प्रति एकड़ | फसल की 2-3 पत्तियों की अवस्था पर |
3 | एफएमसी गिलार्डो | टोप्रामेज़ोन 33.6% एससी | 30 मिली प्रति एकड़ | खरपतवार की प्रारंभिक अवस्था में |
4 | धानुका कॉर्नेक्स | हैलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 5% + एट्राज़िन 48% WG | 450 ग्राम प्रति एकड़ | फसल बुआई के बाद 2-4 सप्ताह में |
5 | सिंजेन्टा कैलारिस एक्स्ट्रा | मेसोट्रिओन 2.27% + एट्राज़ीन 22.7% एससी | 1400 मिली प्रति एकड़ | फसल की 3-5 पत्तियों की अवस्था पर |
खरपतवारनाशी का सही उपयोग | Maize herbicide use –
मक्का खरपतवारनाशी (makka kharpatwarnashi) का सही समय और सही मात्रा में उपयोग करने से न केवल खरपतवार नियंत्रण में सहायता मिलती है, बल्कि फसल की उपज भी बढ़ती है। यह आवश्यक है कि किसान निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:
1. उपयुक्त मात्रा: प्रत्येक खरपतवारनाशी को निर्देशानुसार निर्धारित मात्रा में उपयोग करें।
2. समय पर छिड़काव: मक्के में खरपतवार (makke men kharpatwar) उगने की प्रारंभिक अवस्था में ही छिड़काव करें।
3. सुरक्षा: छिड़काव करते समय सुरक्षात्मक उपकरणों का उपयोग करें ताकि स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
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खरपतवार नियंत्रण से होने वाले फायदे
1. मक्के की फसल में खरपतवार नियंत्रण (makke ki fasal men kharpatwar niyantran) के अनेक फायदे हैं:
2. उच्च उत्पादकता: खरपतवार नियंत्रण से फसल की वृद्धि बेहतर होती है और उपज में वृद्धि होती है।
3. जल और पोषक तत्वों का संरक्षण: खरपतवारों के नियंत्रण से मक्के की फसल को आवश्यक पोषक तत्व और जल उपलब्ध होता है।
4. कम समय और लागत: रासायनिक नियंत्रण में मैन्युअल श्रम की तुलना में कम समय लगता है और लागत भी कम होती है।
निष्कर्ष
मक्के की फसल में खरपतवार नियंत्रण (makke ki fasal men kharpatwar niyantran) करने से न केवल उत्पादन बढ़ता है, बल्कि फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। सही समय पर खरपतवारनाशी का उपयोग कर किसान अपनी फसल को नुकसान से बचा सकते हैं और बेहतर उपज प्राप्त कर सकते हैं। मक्के की फसल में खरपतवारों (Maize herbicide) के प्रभावी नियंत्रण के लिए उपयुक्त खरपतवारनाशियों का चयन और उनका सही उपयोग बेहद महत्वपूर्ण है।
किसानों द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | People also read –
1. मक्के की फसल में खरपतवार नियंत्रण क्यों आवश्यक है?
खरपतवार फसल से पोषक तत्व और पानी छीनते हैं, जिससे उपज कम हो जाती है। सही समय पर नियंत्रण से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
2. मक्के की फसल में कौन-कौन से आम खरपतवार पाए जाते हैं?
चौलाई, सवां घास, मोथा और चारा घास मक्के की फसल में आम खरपतवार हैं।
3. मक्के में खरपतवारनाशी का सही समय क्या है?
फसल की 2-3 पत्तियों की अवस्था या खरपतवारों की प्रारंभिक अवस्था में खरपतवारनाशी का छिड़काव करना सही होता है।
4. मक्के की फसल के लिए सबसे अच्छा खरपतवारनाशी कौन सा है?
टेम्बोट्रियोन, टोप्रामेज़ोन और एट्राज़ीन युक्त खरपतवारनाशी मक्के की फसल के लिए प्रभावी माने जाते हैं।
5. मक्के की फसल में खरपतवारनाशी का उपयोग कैसे करें?
खरपतवारनाशी को निर्देशानुसार मात्रा में मिलाकर, फसल की सही अवस्था में छिड़काव करें।
लेखक: Krushi Doctor Suryakant
संपर्क: contact@fasaljankari.com